Wednesday, August 1, 2012

महाराष्ट्र में सिंचाई विभाग का 25 हजार करोड़ का घोटाला

प्रमुख संवाददाता॥ मुंबई - बीजेपी ने महाराष्ट्र के सिंचाई विभाग में पिछले 10 साल के दौरान 25 हजार करोड़ का घोटाला होने का आरोप लगाया है। बीजेपी नेता व विधानपरिषद के नेता विपक्ष विनोद तावडे ने मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण से आग्रह किया कि वे सिंचाई पर श्वेतपत्र जारी करने का अपना वादा पूरा करें और इस मामले में एनसीपी नेताओं के दबाव में नहीं आए।

तावडे ने विदर्भ इलाके की सिंचाई परियोजनाओं को सरकार की वडनेरे समिति की रिपोर्ट दाखिले के तौर पर पत्रकारों के सामने पेश की। समिति के अनुसार, जीगांव सिंचाई परियोजना का 396 करोड़ का टेंडर निकला था, जबकि ठेकेदार को 4044 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। इसी तरह गोसी-खुर्द का 350 करोड़ के टेंडर पर 7700 करोड़, नानी लघु तालाब के 34 करोड़ के टेंडर पर 1567 करोड़ और भिवापुर तालाब के 17 करोड़ के टेंडर पर 1038 करोड़ रुपये का भुगतान सरकार की ओर से किया गया।

उन्होंने दावा किया कि विदर्भ की ही तरह मराठवाडा, कोंकण और पश्चिम महाराष्ट्र की सिंचाई परियोजनाओं की रकम बिना नए टेंडर मंगाए कई गुना बढ़ाकर अदा की गई है। उन्होंने कहा कि करीब 66 हजार करोड़ रुपये खर्च करने के बाद महाराष्ट्र में सिंचाई बमुश्किल 0.1 प्रतिशत की ही बढ़त हो पाई है। उन्होंने सरकारी स्तर पर दाद न दिए जाने पर मुंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की धमकी दी है।

साभार
नवभारत टाइम्स, May 9, 2012
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/13056250.cms

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