Tuesday, December 25, 2012

उल्हासनगर में करोड़ों का केबल घोटाला

उल्हासनगर।। उल्हासनगर में केबल कनेक्शन का एक बड़ा घोटाला सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक यहां लगभग 1 लाख 23 हजार केबल कनेक्शन अवैध रूप से चल रहे हैं , जिससे सरकार को सालाना करीब 10 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। इस गोरखधंधे का खुलासा करने वाले उल्हासनगर के हरदास थारवानी ने कहा कि उल्हासनगर में लगभग 1 लाख 62 हजार लोग हाउस टैक्स भरते हैं , जबकि केबल ऑपरेटर्स ने शहर में महज 39000 केबल कनेक्शन दर्शाए हैं। इससे स्पष्ट है कि करीब 1 लाख 23 हजार केबल कनेक्शन अवैध रूप से चलाए जा रहे हैं।

यह पूरा गोरखधंधा केबल ऑपरेटर और मनपा अधिकारियों की मिली भगत से चल रहा है , जिससे सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व घाटा हो रहा है। थारवानी ने कोर्ट में जाकर केबल ऑपरेटर्स द्वारा किए जा रहे करोड़ों रुपये के घोटाले का पर्दाफाश करने की बात कही है। उनके मुताबिक राज्य सरकार का करोड़ों का राजस्व डकारने वालों के खिलाफ कार्रवाई जरूरी है। उन्होंने कहा कि अब तक जितना भी इन लोगों ने घोटाला किया है , वह इनसे वसूला जाना चाहिए और इनका सहयोग करने वाले अधिकारियों पर भी कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

केबल माफियाओं में खलबली
उल्हासनगर मनपा परिक्षेत्र में केबल कनेक्शन में बड़ा घोटाला का खुलासा होने के बाद तहसीलदार ने यहां छान - बीन शुरू कर दी है। इस कार्रवाई से स्थानीय केबल माफियाओं में खलबली मच गई है। पिछले दिनों यह खुलासा हुआ था कि उल्हासनगर में पब्लिक ने केबल कनेक्शन लिए हैं , उसकी पूरी जानकारी केबल मालिकों ने सरकार को नहीं दी है। इससे सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का घाटा हो रहा है। इस खबर को एनबीटी ने प्रमुखता से छापा था।

उल्हासनगर के तहसीलदार ने सबसे पहले शहर के बड़े - बड़े होटेलों में चेकिंग की। इनमें उनको सफलता भी मिली। इन होटेलों में अनाधिकृत रूप से ज्यादा केबल लाइन जुड़ी हुई थी। प्रवीण इंटरनैशनल ने 25, होटेल मयूर में 20, होटेल सेंट्रल प्लाजा में 17, होटेल कोहिनूर में 15, होटेल वृंदावन लॉजिंग - बोर्डिंग में 15, होटेल सेंट्रल पार्क में 14, होटेल सीमा इंटरनैशनल में 15, होटेल डर्बी में 10, होटेल अचल पैलेस में 10, होटेल सूर्या में 10, होटेल पेनेसुला में 6, होटेल अमरोसिया में 3, मनीषा लॉजिंग - बोर्डिंग में 2, होटेल धर्म पैलेस में 2 ऐसे कुल 165 कनेक्शन अनधिकृत चल रहे थे। तहसीलदार अमित सानप का कहना है यह पहली कार्रवाई है। कितने वर्षों से अवैध कनेक्शन चल रहे थे इसकी जानकारी एकत्र की जा रही है।

सूत्रों के अनुसार उल्हासनगर में करीब 1 लाख 23 हजार केबल कनेक्शन अवैध रूप से चल रहे हैं , जिससे सरकार को सालाना 10 करोड़ रुपये से ज्यादा के राजस्व का नुकसान हो रहा है। यह मामला तब उजागर हुआ , जब स्थानीय समाज सुधारक हरदास थारवानी ने उल्हासनगर में केबल कनेक्शन की जानकारी खंगाली। थारवानी का कहना है कि उल्हासनगर में लगभग 1 लाख 62 हजार लोग हाउस टैक्स भरते हैं , जबकि केबल ऑपरेटरों ने यहां महज 39000 केबल कनेक्शन दर्शाए हैं। ऐसे में , स्पष्ट है कि उल्हासनगर में 1 लाख 23 हजार केबल कनेक्शन अवैध रूप से चल रहे हैं।

थारवानी के मुताबिक यह सारा गोरखधंधा अधिकारियों की मिली भगत से चल रहा है , जिससे सरकार को करोड़ों रुपये के आय का नुकसान हो रहा है। केबल ऑपरेटरों द्वारा किए जा रहे इस करोड़ों के घोटाले का पर्दाफाश करने के लिए थारवानी अदालत जाने की तैयारी कर रहे है। इसकी भनक लगते ही उल्हासनगर के तहसीलदार अमित सानप भी केबल कनेक्शन की संख्या खंगालने में जुट गए हैं। सानप उल्हासनगर में केबल कनेक्शन की गिनती कराकर अवैध कनेक्शनों की पड़ताल भी कराएंगे। तहसीलदार द्वारा कार्रवाई की खबर से केबल माफियाओं में डर का माहौल है।
साभार
अरविंद त्रिपाठी॥ नवभारत टाइम्स | Nov 7 & 5, 2012, 08.30AM IST
http://navbharattimes.indiatimes.com/millions-in-ulhasnagar-cable-scam/articleshow/17118699.cms
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/17482400.cms

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