Sunday, February 17, 2013

हेलिकॉटर घोटाला: 'पूर्व वायुसेना अध्यक्ष त्यागी से पहचान नहीं'


नई दिल्ली।। भारत के साथ 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टरों की डील में 362 करोड़ रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार फिनमेकनिका के पूर्व सीईओ जूसिपी ओरसी ने इटली में चल रही जांच में भारत के तत्कालीन वायुसेना अध्यक्ष एस पी त्यागी के परिवार से पहचान होने से इनकार किया है।

ओरसी को 3600 करोड़ रुपये के सौदे में इस हफ्ते की शुरुआत में इतालवी जांच एजेंसियों ने गिरफ्तार किया था। ओरसी के वकील एनिओ अमोदियो के मुताबिक इतालवी मैजिस्ट्रेट के सामने पेश हुए ओरसी ने स्विस-अमेरिकी गुइडो हाश्क को भारत में डील के लिए लॉबिंग करने, त्यागी परिवार से जान पहचान और सौदे के लिए गैरकानूनी तरकीबें लगाने के आरोपों से इनकार किया।

वीवीआईपी हेलिकॉप्टर डील में आरोपी बिचौलिया गुइडो हाश्क पर आरोप है कि वह अगस्ता-वेस्टलैंड के पक्ष में डील करवाने के लिए ओरसी की तरफ से दलाल की भूमिका निभा रहा था। ओरसी के वकील अमोदियो ने कहा कि सौदे में ओरसी की भूमिका के बारे में हाश्क का बयान किसी के द्वारा प्रेरित हो सकता है क्योंकि उसने अपने पहले के बयान की तुलना में काफी फेरबदल किया है।

हाश्क ने इतालवी जांच एजेंसियों के सामने गवाही में पूर्व वायुसेना अध्यक्ष एस पी त्यागी के खिलाफ सनसनीखेज इल्जाम लगाए। इटली की जांच एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि गुइडो हाश्क ने एस पी त्यागी से मिलकर टेंडर की शर्तें बदलवाईं। रिपोर्ट के मुताबिक 2006 में एस पी त्यागी से उनकी पहली मुलाकात हुई और इसके बाद भी दोनों कई बार मिले। हाश्क ने अपनी गवाही में यहां तक कहा कि इन मुलाकातों में भी टेंडर की शर्त बदलने पर चर्चा हुई। हालांकि पूर्व एयर चीफ मार्शल एस पी त्यागी का दावा है कि हाश्क से उनकी कोई मुलाकात नहीं हुई।

अगस्ता-वेस्टलैंड के सीईओ ओरसी के वकील ने इस बात से इनकार किया कि उनके मुवक्किल ने मामले की सुनवाई कर रही इतालवी अदालत पर किसी भी तरीके से दबाव डालने और सरकारी वकील बदलने की कोशिश की। ओरसी ने शुक्रवार को कंपनी के अध्यक्ष और निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था।

भारत ने हेलिकॉप्टर सौदे को रद्द करने के लिए कदम उठाना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही कारण बताओ नोटिस जारी कर यह भी पूछा गया है कि मामले में हाल के घटनाक्रम के बाद सौदे को रद्द क्यों न कर दिया जाए।
साभार
एजेंसियां | Feb 16, 2013, 07.11PM IST
http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/18531054.cms

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