Monday, April 8, 2013

बदलापुर में 150 करोड़ का घोटाला!

बदलापुर।। बदलापुर नगर परिषद के पूर्व मुख्याधिकारी और पूर्व नगराध्यक्ष सहित 20 लोगों पर 150 करोड़ रुपये के सनसनीखेज जमीन घोटाले के मामले में बदलापुर ईस्ट पुलिस ने धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया है। बदलापुर नगर परिषद को राज्य सरकार ने 1995 में कार्यालय के लिए 7777 वर्ग मीटर जगह दी थी और कहा था कि यह जगह सिर्फ नगर परिषद के उपयोग के लिए है, लेकिन इसका इस्तेमाल अन्य मामलों में किया गया। घोटाला उजागर होने से बदलापुर-अंबरनाथ में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है।

घोटाले का टेंडर:
अंबरनाथ निवासी व आरटीआई कार्यकर्ता बालाराम सूर्यराव ने बदलापुर के पूर्व नगराध्यक्ष राम पाटकर तथा उनके सहयोगियों पर कुलगांव में प्रशासकीय भवन और शॉपिंग मॉल निविदा में 150 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है। घोटाला 12 अप्रैल 2004 से 21 नवंबर 2009 के बीच हुआ। बदलापुर स्टेशन के पास सर्वे नंबर 39 नियोजित प्रशासकीय भवन और शॉपिंग मॉल बनाने के लिए तत्कालीन नगराध्यक्ष राम पाटकर व मुख्याधिकारी सुदामा घुपे , नगर रचनाकार सुदर्शन एवं उनके सहयोगियों ने करीब दो एकड़ जमीन बीओटी आधार पर 99 वर्ष की लीज पर कोणार्क इन्फ्रास्ट्रक्चर को दी।

टेंडर की सूचना राज्यस्तरीय पेपर में न देकर लोकल पेपर में दी गई , ताकि लोगों को घोटाले की भनक न लगे। बाद में लोकल पेपर में छपी निविदा की फोटो कॉपी को एक बड़े अंग्रेजी दैनिक में छपवाकर पेपर को बोगस बताया गया। इस प्रकार टेंडर को मैनेज कर बोगस पन्नों के आधार पर भूखंड बिल्डर को सौंप दिया गया।

अभी कोई गिरफ्तारी नहीं: 
 बदलापुर ईस्ट पुलिस के सहायक पुलिस निरीक्षक हिंदूराव जगदाले ने सूर्यराव की शिकायत के आधार पर 18 लोगों पर आईपीसी की धारा 120 ए, 420, 467, 468, 471, 34 के तहत मामला दर्ज किया है। इनमें प्रमुख रूप से पूर्व मुख्याधिकारी सुदामा धुपे, नगररचनाकार सुदर्शन, प्रभाग अभियंता हिंगभीरे, पूर्व नगराध्यक्ष राम पाटकर, पूर्व उपनगराध्यक्ष राजन घोरपडे, मिलिंद नार्वेकर, मेघा गुरव, सदानंद नेहर , शिरीष मुंडे, प्रसाद पाठक, संभाजी शिंदे, रुचिता घोरपोडे, सतीश ओक आदि शामिल हैं। पुलिस ने अभी कोई गिरफ्तारी नहीं की है।

150 करोड़ के घोटाले में कई वॉन्टेड
बदलापुर।। बदलापुर भूखंड पर 150 करोड़ के घोटाले में जो तथ्य सामने आए हैं, उनके अनुसार स्टेशन के पास सर्वे नंबर 39 नियोजित प्रशासकीय भवन और शॉपिंग मॉल बनाने के लिए ठेकेदार को बीओटी आधार पर नगराध्यक्ष राम पातकर, तत्कालीन मुख्याधिकारी सुदाम घुपे, बांधकाम विभाग, नगर रचनाकार सुदर्शन उनके सहयोगी और बदलापुर के प्रतिष्ठित आर्किटेक एवं कुछ नगरसेवकों ने मिलकर लगभग दो एकड़ जमीन 99 वर्ष के लिए लीज पर कोणार्क इंफ्रास्ट्रक्चर को बांधकाम करने के दी थी।

यह निविदा किसी राज्य स्तरीय अखबार में न देकर लोकल अखबार में जारी की गई, जिससे कि घोटाले की बात लोगों को पता ही न चले। बदलापुर (पू) पुलिस ने बालाराम जे. सूर्यराव की शिकायत के आधार पर 18 लोगों पर मामला दर्ज किया है।

जिन 18 लोगों पर मामले दर्ज किए गए हैं, उनमें सुदाम धुपे पूर्व मुख्याधिकारी, नगर रचनाकार सुदर्शन, प्रभाग अभियंता हिंगभीरे, पूर्व उपनगराध्यक्ष राजन घोरपडे, मेघा गुरव, सदानंद नेहर, शिरीष मुंडे, प्रसाद पाठक , संभाजी शिंदे, रुचिता घोरपोड़े, सतीश ओक, लोखंडे कंस्ट्रक्शन व उनके सहयोगी, चालनी एडवरटाइजिंग मार्केटिंग कंपनी, कोणार्क इंफ्रास्ट्रक्चर के ठेकेदार एवं प्रतिनिधि व कुलगांव - बदलापुर नपा के कर्मचारी शामिल हैं।

बदलापुर पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक हिंदूराव जगदाले बताया कि पुलिस ने 2 को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपी अब भी फरार हैं, लेकिन उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया जा रहा है।
साभार:
नवभारत टाइम्स | Apr 5, 2013, 01.34AM IST
अरविंद त्रिपाठी
http://navbharattimes.indiatimes.com/mumbai-crime/150-crore-scam-in-badlapur/articleshow/19389303.cms
http://navbharattimes.indiatimes.com/mumbai-crime/150---/articleshow/19432901.cms

No comments:

Post a Comment