Thursday, June 20, 2013

नए अग्रीमेंट से रेग्युलेटर्स को गच्चा दे रही जेट एयरवेज?


मुंबई।। जेट एयरवेज ने एत्तिहाद के साथ शेयरहोल्डर्स अग्रीमेंट को बदला है। मार्केट रेग्युलेटर सेबी और फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (एफआईपीबी) जैसी अथॉरिटी की फिक्र दूर करने के लिए यह किया गया है। नए अग्रीमेंट से एक शर्त हटाई गई है। इससे किसी इश्यू पर प्रमोटर (जेट एयरवेज) और इन्वेस्टर एत्तिहाद को एक साथ वोट करने का अधिकार मिल जाता।

नए शेयरहोल्डर्स अग्रीमेंट में कहा गया है कि अबू धाबी की एयरलाइन कंपनी एत्तिहाद को हर हाल में जेट एयरवेज में कम से कम 15 फीसदी हिस्सेदारी बनाए रखनी होगी। यह बदलाव इसलिए किया गया है, ताकि एत्तिहाद को जेट के बोर्ड में तीन डायरेक्टर को अपॉइंट करने का अधिकार बना रह सके। ओरिजिनल अग्रीमेंट में एत्तिहाद के लिए मिनिमम शेयरहोल्डिंग की शर्त नहीं रखी गई थी।

अबू धाबी की एत्तिहाद के एग्जेक्युटिव वाइस प्रेजिडेंट जेम्स कैलाहन और जेट एयरवेज के ऐक्टिंग सीईओ हामीद अली ने मंगलवार को डील के सिलसिले में मार्केट रेग्युलेटर सेबी के ऑफिशल्स से मुलाकात की थी। सेबी से उनकी बातचीत की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि रेग्युलेटर्स की चिंता दूर करने के लिए अग्रीमेंट में और बदलाव किए जा सकते हैं।

इस हाई-प्रोफाइल डील पर 24 अप्रैल 2013 को दस्तखत हुए थे। उसके बाद इसमें बदलाव किया गया और 27 मई को नया शेयरहोल्डर्स अग्रीमेंट तैयार किया गया। इकनॉमिक टाइम्स ने इस अग्रीमेंट को रिव्यू किया है। इस पर पांच लोगों के दस्तखत हैं। इनमें प्रमोटर्स नरेश गोयल और अनीता गोयल, टेल विंड्स लिमिटेड, एत्तिहाद एयरवेज और जेट एयरवेज के साइन हैं।

इसका एक पहलू नॉमिनेशन कमिटी से जुड़ा है, जिस पर सेबी विचार कर सकता है। रेग्युलेटर के साथ कंपनियों की बातचीत की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि कुल मिलाकर इस कमिटी में पांच मेंबर होंगे। इनमें जेट और एत्तिहाद को एक-एक मेंबर अपॉइंट करने की इजाजत होगी। कमिटी के तीन मेंबर बोर्ड की ओर से तय तीन इंडिपेंडेंट डायरेक्टर होंगे।

शेयरहोल्डर्स अग्रीमेंट के मुताबिक, इस कमिटी के पास सीईओ अपॉइंट करने का अधिकार होगा। मार्केट रेग्युलेटर सेबी नॉमिनेशन कमिटी के पावर की पड़ताल कर सकता है। वह देखेगा कि कहीं इससे जेट एयरवेज के बोर्ड की ताकत पर कोई आंच तो नहीं आएगी। शेयरहोल्डर्स अग्रीमेंट के बारे में किए गए सवालों का नरेश गोयल की कंपनी ने जवाब नहीं दिया।

एक और मामले में शेयरहोल्डर अग्रीमेंट एत्तिहाद के पक्ष में झुका हुआ लगता है। ओरिजिनल अग्रीमेंट में कहा गया था कि कंपनी के चेयरमैन नरेश गोयल के पास वोट डालने का अधिकार नहीं होगा। वहीं, नए अग्रीमेंट में कहा गया है कि गोयल वोट तो नहीं ही डाल पाएंगे, उनके पास स्पेशल राइट्स भी नहीं होंगे।
साभार:
एम पद्माक्षण, इकनॉमिक टाइम्स | Jun 20, 2013, 09.05AM IST
http://navbharattimes.indiatimes.com/business/business-news/jet-etihad-deal-many-clauses-changed-in-pact/businessarticleshow/20670363.cms

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